कैलाश
कागा सब तन खाइयो, मेरा चुन चुन खैओ मास
दो नैना मत खाइओ, मोहे पिया मिलन की आस
गायक:कैलाश खेर
जीवन के ऐसे क्षण जो स्व (ख़ुद) से निकलकर विस्तार में जाने को विवश कर देते हैं उन्हीं क्षणों की अभिव्यक्ति का आयोजन
रविवार, 7 दिसंबर 2008
शनिवार, 6 दिसंबर 2008
प्यार का दिया जलता रहे……(नुसरत फ़तेह अली खां की आवाज़)
नुसरत
प्यार का दिया जलता रहे
मेरे साथ तू, चलता रहे
वादा तू जो करले प्यार का, इक़रार मैं करूं
गायक: नुसरत फ़तेह अली खां
प्यार का दिया जलता रहे
मेरे साथ तू, चलता रहे
वादा तू जो करले प्यार का, इक़रार मैं करूं
गायक: नुसरत फ़तेह अली खां
समझ सके ना लोग सयाने……(नुसरत फ़तेह अली खां की आवाज़)
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